भारत का शेयर बाजार एक ऐसा सफर है, जिसने अनगिनत निवेशकों को मालामाल किया है। सेंसेक्स, जिसे भारतीय शेयर बाजार का नब्ज कहा जाता है, 45 सालों में 850 गुना बढ़ चुका है। क्या आप जानते हैं कि जिस सेंसेक्स ने आज आसमान छू लिया है, वो एक समय 100 अंक पर भी ट्रेड किया करता था?
साल 1978 में बीएसई सेंसेक्स की शुरुआत 100 अंकों से हुई थी। उस समय शायद ही किसी ने सोचा होगा कि यह सूचकांक एक दिन लाखों का आंकड़ा पार कर जाएगा। लेकिन जैसे-जैसे भारतीय अर्थव्यवस्था बढ़ी, वैसे-वैसे सेंसेक्स ने भी अपनी रफ्तार पकड़ ली। आज, 2024 में सेंसेक्स 67,000 के पार पहुंच चुका है और विशेषज्ञों का मानना है कि जल्द ही यह 1 लाख के आंकड़े को छू सकता है।
45 साल में 850 गुना का रिटर्न
सेंसेक्स ने 45 सालों में निवेशकों को 850 गुना रिटर्न दिया है। जो निवेशक शुरुआती दिनों में 1 लाख रुपये लगाए थे, आज उनके पास 8.5 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है। यह सफर आसान नहीं रहा, क्योंकि बीच में कई वैश्विक और स्थानीय चुनौतियां भी आईं। 2008 की आर्थिक मंदी हो या फिर 2020 की कोविड महामारी, भारतीय बाजार ने हर संकट से उबरते हुए निवेशकों का भरोसा जीत लिया।
क्या कह रहे हैं विशेषज्ञ?
विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था और स्टार्टअप्स के बढ़ते निवेश के चलते सेंसेक्स में और उछाल देखने को मिल सकता है। अगर अगले कुछ सालों में सरकार ने सही आर्थिक नीतियां लागू कीं, तो सेंसेक्स 1 लाख के आंकड़े को पार कर सकता है।
क्या करना चाहिए निवेशकों को?
अगर आप भी भारतीय शेयर बाजार में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो यह समय एक सुनहरा मौका हो सकता है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि लंबी अवधि के निवेश के लिए अभी भी बाजार में कई संभावनाएं हैं। ऐसे में बेहतर रिटर्न के लिए धैर्य के साथ निवेश करना समझदारी भरा कदम हो सकता है।