लिवर कैंसर के शुरुआती संकेत: इन दो जगहों पर दर्द हो तो हो जाएं सतर्क

लिवर कैंसर एक गंभीर और खतरनाक बीमारी है, जो अक्सर अंतिम चरण में जाकर पहचानी जाती है। हालांकि, अगर आप इसके शुरुआती लक्षणों को समझ जाएं तो इस बीमारी का समय पर इलाज संभव है। लिवर कैंसर के शुरुआती संकेतों में मुख्य रूप से शरीर के कुछ खास हिस्सों में दर्द होना शामिल है। इस आर्टिकल में हम बताएंगे कि किन दो प्रमुख जगहों पर दर्द होने से लिवर कैंसर की आशंका बढ़ जाती है।

लिवर कैंसर के शुरुआती संकेत: इन दो जगहों पर दर्द को न करें नजरअंदाज

  • पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में दर्द: लिवर शरीर के दाहिने हिस्से में होता है, और लिवर में किसी प्रकार की समस्या होने पर अक्सर इस हिस्से में दर्द महसूस होता है। अगर आपको बार-बार पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द हो रहा है और यह दर्द बिना किसी वजह के बना रहता है, तो यह लिवर कैंसर का शुरुआती संकेत हो सकता है। इस दर्द को हल्के में न लें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

  • कंधे में दर्द: लिवर में सूजन या ट्यूमर के कारण कंधे के ऊपरी हिस्से में भी दर्द महसूस हो सकता है। यह लक्षण काफी अनोखा है और कई बार लोग इसे सामान्य दर्द समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन अगर यह दर्द लगातार बना रहता है, तो यह लिवर कैंसर का संकेत हो सकता है। खासकर तब, जब यह दर्द दवा लेने के बाद भी कम न हो।

अन्य लक्षण जो लिवर कैंसर का संकेत हो सकते हैं

  • भूख में कमी और वजन का घटना: यदि बिना किसी कारण के अचानक से भूख कम हो जाए या वजन घटने लगे, तो यह लिवर कैंसर का एक और महत्वपूर्ण संकेत हो सकता है।
  • त्वचा और आंखों का पीला पड़ना (जॉन्डिस): जब लिवर सही से काम नहीं करता, तो शरीर में बिलिरुबिन की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे त्वचा और आंखें पीली हो जाती हैं।
  • गहरा पेशाब और हल्का मल: लिवर में गड़बड़ी के कारण शरीर के विषाक्त पदार्थों को सही से बाहर नहीं निकाल पाता, जिससे पेशाब का रंग गहरा हो जाता है और मल का रंग हल्का हो जाता है।

लिवर कैंसर के कारण

लिवर कैंसर के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें कुछ प्रमुख कारण नीचे दिए गए हैं:

  • हेपेटाइटिस बी और सी का संक्रमण: लंबे समय तक हेपेटाइटिस बी और सी वायरस का संक्रमण लिवर कैंसर का मुख्य कारण हो सकता है।
  • अत्यधिक शराब का सेवन: लंबे समय तक अत्यधिक मात्रा में शराब का सेवन करने से लिवर को नुकसान पहुंचता है, जिससे लिवर कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
  • मोटापा: अधिक वजन और मोटापा लिवर को प्रभावित कर सकता है, जिससे लिवर कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
  • परिवार में कैंसर का इतिहास: जिन लोगों के परिवार में किसी को लिवर कैंसर हुआ हो, उनमें भी इस बीमारी का खतरा अधिक होता है।

लिवर कैंसर से बचाव के उपाय

लिवर कैंसर के खतरे को कम करने के लिए आपको अपनी जीवनशैली में कुछ सुधार करने की जरूरत है:

  • शराब से दूरी: लिवर को स्वस्थ रखने के लिए शराब से दूरी बनाएं।
  • स्वस्थ आहार: अपने आहार में हरी सब्जियों, फलों और फाइबर युक्त चीजों को शामिल करें, ताकि लिवर स्वस्थ रह सके।
  • वजन नियंत्रित रखें: अधिक वजन से लिवर पर दबाव पड़ता है, इसलिए अपने वजन को नियंत्रित रखें।
  • हेपेटाइटिस बी और सी से बचाव: हेपेटाइटिस बी और सी से बचने के लिए नियमित रूप से टीकाकरण कराएं और संक्रमित लोगों से दूरी बनाएं।

लिवर कैंसर का इलाज

अगर समय पर लिवर कैंसर का पता चल जाए, तो इसका इलाज सर्जरी, कीमोथेरेपी, और रेडियोथेरेपी से संभव है। प्रारंभिक चरण में, लिवर ट्रांसप्लांट भी एक विकल्प हो सकता है। इसलिए, अगर आपको ऊपर बताए गए किसी भी लक्षण का अनुभव हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और अपनी सेहत का ध्यान रखें।

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